साढ़े पांच लाख लोगों की प्यास बुझाने वाली बीएसबी व जेएलएन 16 दिन के लिए बंद
रोहतक। नगर निगम का लेट लतीफ अमरूत प्रोजेक्ट शहर की साढे़ पांच लाख की आबादी को पेयजल किल्लत झेलने को मजबूर कर सकता है। पब्लिक हेल्थ के तीनों जलघर के वाटर टैंक महज सात दिन की सप्लाई का पानी स्टोरेज करने की क्षमता रखते हैं। रविवार को जवाहर लाल नेहरू नहर का पानी बंद हो गया और भालौठ सब ब्रांच नहर पहले से ही बंद है। अब 10 मार्च होली के दिन नहर में पानी आएगा। इसके चलते पब्लिक हेल्थ को 16 दिन स्टोर किए गए पानी से ही काम चलाना होगा।
अमरूत प्रोजेक्ट के तहत जल घर एक के सबसे बडे़ वाटर टैंक में चल रहे सिल्ट निकासी के कार्य ने पब्लिक हेल्थ की समस्या फिलहाल बढ़ा दी है। सिल्ट निकासी के दौरान वाटर टैंक को खाली कर दिया गया था, लेकिन साथ लगते दूसरे टैंक में भरे चार मीटर गहरे पानी का दबाव दोनों टैंकों के किनारे की मिट्टी नहीं झेल पाई और कटाव हो गया। ऐसे में हजारों लीटर पानी की वेस्टेज हुई, इसे बडे़ टैंक से वापस छोटे टैंक में लिफ्ट किया जा रहा है। काफी मात्रा में पानी को महज सूखने के लिए छोड़ना पडे़गा। जबकि जलघर प्रथम पहले ही स्टोरेज की क्षमता कम होने का खामियाजा भुगत रहा है। रविवार को वाटर टैंक के किनारों को तो सही कर दिया गया, लेकिन पानी का लिफ्ट किया जाना जारी है। अभी सिल्ट निकालने का कार्य शुरू करने में तीन दिन का समय लग सकता है।
नये बस स्टैंड व विकास नगर की टूटी लाइन जोड़ी
टैंकों के बीच मिट्टी का कटाव होने के चलते शनिवार नये बस स्टैंड व विकास नगर की ओर जा रही छह इंच की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसे विभाग के इंजीनियरों से रविवार को सही करा दिया है और पेयजल सप्लाई सही रखने का प्रयास किया है। विभाग का कहना है कि मिट्टी कटाव की वजह दोनों टैंकों के बीच सफेदे के पेड़ों की जड़ हैं। एक टैंक खाली होने के चलते भरे टैंक का पानी खाली टैंक की ओर दबाव बना गया और जड़ों से रिसते हुए मिट्टी के बांध को तोड़ दिया।
विभाग के उप मंडल अभियंता नवीन कुमार का दावा
सवाल : 16 दिन के लिए नहर बंद हो गई, जबकि स्टोरेज क्षमता सात दिन की है, अब काम कैसे चलेगा?
जवाब : जेएलएन व बीएसबी पर शटर डाउन कर पानी दोनों नहर में स्टोर किया गया है। पब्लिक हेल्थ के उपभोक्ताओं को पेयजल संबंधी समस्या नहीं होगी।
सवाल : जल घर एक के सबसे बडे़ वाटर टैंक की सफाई चल रही है और दूसरे टैंक में भी पर्याप्त पानी नहीं है, ऐसे में क्या होगा?
जवाब : दो नहरों में पानी स्टोर है, जरूरत पडे़गी तो सिंचाई विभाग से अतिरिक्त पानी लिया जाएगा। इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात हो चुकी है।
सवाल : होली के नाम पर विभाग कितना पानी उपभोक्ताओं को देगा?
जवाब : हर बार की तरह विभाग लोगों को जल बचाने के लिए जागरूक करेगा और अपील करेगा कि सूखी होली मनाएं। इसके अलावा जो पानी सामान्य दिनों में मिलता है वही पानी होली पर भी दिया जाएगा।